24 फरवरी को अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर की हत्या के बाद से अतीक गैंग पर पुलिस सख्त कार्रवाई करने में जुटी है। जिसका असर ये हुआ कि माफिया अतीक के फरार परिवार के लोगों को पैसों की किल्लत होने लगी। पुलिस के डर से फरार लोग न तो किसी से पैसों के लिए संपर्क कर रहे थे और न ही कोई उनकी मदद कर पा रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, इस वक्त न तो अतीक की पत्नी शाईस्ता के पास पैसे बचे हैं और न ही अशरफ की पत्नी जैनब के पास। ऐसे में विजय मिश्रा ने प्रयागराज के गौसपुर कटौला में 23447 वर्ग गज दूसरे के नाम पर खरीदी गई जमीन का सौदा तय किया था और 15 करोड़ में जमीन की डील फाइनल हो गई थी।
जमीन की इसी डील का आधा पैसा लेने के लिए जैनब, विजय मिश्रा से लखनऊ मिलने आई थी लेकिन बरेली पुलिस जैनब के भाई और अशरफ के साले सद्दाम की लोकेशन को ट्रैक करते हुए होटल पहुंच गई और वहां विजय मिश्रा मिल गया। जिसे बरेली पुलिस ने प्रयागराज पुलिस को सौंप दिया, इस दौरान सद्दाम भी आस पास था लेकिन पुलिस उस तक नही पहुंच सकी।