इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (ITM)) गीडा गोरखपुर के चार छात्रों ने मिलकर एक त्रिशूल बनाया हैं जो प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़ एवं सुनामी आने की पूर्व सूचना देगा जिससे वहां रहने वाले लोगों को समय रहते सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा सके
छात्रों द्वारा बनाया गया यह त्रिशूल वायरलैस टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं इस टेक्नोलॉजी की मदद से नदियों के बढ़ते जल स्तर की सूचना समय से पहले स्थानीय प्रशासन को मिल सकेगा जिससे वहा निवास कर रहे आसपास के लोगों को किसी सुरक्षित जगह पर पहुचाँया जा सके और बाढ़ रोकने के लिए समुचित प्रबंध हो सके |इस डिवाईस को संस्थान के चार छात्रों ने मिलकर तैयार किया है l इस डिवाइस को तैयार करने मे हाई फ्रीक्वेंशी ट्रांसमीटर, रिसिवर, 9वोल्ट बैटरी, रिले रिसीवर एलईडी बल्ब अलार्म एंडीकेटर इत्यादि उपकरणों का प्रयोग किया गया हैं |इसे बनाने में लगभग 7 दिन का समय लगा है और लगभग 4000 रुपये का खर्च आया है| संस्थान के निदेशक डॉ0 एन.के. सिंह ने बताया हमारे कॉलेज में नवाचार परिषद् द्वारा स्थापित प्रयोगशाला मे छात्र अपने इन्नोवेटिव आईडिया से लगातार समकालीन समस्याओं के निदान के लिए आधुनिक तकनीकी पर आधारित डिवाइस बना रहे है जो समाज और देश के विकास मे मदद करेगा |
- छात्रों कि इस उपलब्धि पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल आदि लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त किया |