नई दिल्ली: प्रत्येक महीने के अंतिम रविवार को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ प्रसारित होता है। यह कार्यक्रम इस रविवार (30 अप्रैल) को एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित करेगा। इससे पहले इसे लेकर एक सर्वे किया गया और इसमें बड़ा खुलासा हुआ है। यह सर्वे IIM रोहतक ने किया गया है, जिसके मुताबिक 100 करोड़ लोगों ने कम से कम एक बार यह कार्यक्रम अवश्य सुना है। इसके साथ ही इस कार्यक्रम को सुनने वाले 65% लोगों ने इसे हिंदी में सुना है।
मोबाइल फ़ोन पर सर्वाधिक सुनते हैं लोग
भारतीय प्रबंधन संस्थान-रोहतक द्वारा किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई। मन की बात की 100वीं कड़ी का प्रसारण इस रविवार को किया जाएगा। सर्वे में यह भी पाया गया कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम मोबाइल फोन के बाद टेलीविजन चैनलों पर सबसे अधिक सुना जाता है, जिसमें रेडियो श्रोताओं की संख्या कुल श्रोताओं का 17.6 प्रतिशत है। इसमें पाया गया कि 100 करोड़ से अधिक लोगों ने कम से कम एक बार कार्यक्रम को सुना है, जबकि लगभग 41 करोड़ रेगुलर लिसिनर हैं।
कार्यक्रम 11 विदेशी भाषाओं में भी होता है प्रसारित
आईआईएम-रोहतक के निदेशक धीरज पी.शर्मा ने सोमवार को को बताया, “कुल श्रोताओं में से 44.7 प्रतिशत टेलीविजन सेट पर कार्यक्रम सुनते हैं, जबकि 37.6 प्रतिशत मोबाइल फोन पर इसे सुनते हैं।” प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव द्विवेदी ने कहा कि 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा, ‘मन की बात’ फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली जैसी 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है। द्विवेदी ने कहा कि कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों द्वारा किया जा रहा है।