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वहीं, लगभग रहाणे के साथ ही टेस्ट टीम से बाहर हुए चेतेश्वर पुजारा भी उनसे पहले काउंटी क्रिकेट में रनों का पहाड़ खड़ा करके वापसी कर चुके थे. लेकिन रहाणे का पापड़ बेलना अभी जारी था. घरेलू क्रिकेट में रहाणे ने दोहरे शतक के साथ अपना प्रदर्शन जारी रखा. उन्होंने 7 मैच की 11 पारियों में 58 की औसत से 634 रन ठोक दिए, उसके बाद शुरू होती है असली पिक्चर. (AFP)
